Sunday, November 11, 2012

बडा ही अनुपम नाता है ------------२

बडा ही अनुपम नाता है ------------२
सुरज का भोर से ,चंदा का चकोर से ..........
बरखा का मोर से ..............
बडा ही अनुपम नाता है
यौवन का किशोर से ,लल्लन का चोर से
खेतो का हाली से ,उपवन का माली से
पेडो का डाळी से जीजा का साली  से
काम का क्रोध से दिमाग का बोध से
बडा ही अनुपम नाता है  हमे प्यार निभाना आता है
कमल का किचाड से ,अच्छे का लिचड से
कागज का सीजर से .सर्दी का गिजर से
बडा ही अनुपम नाता है  हमे प्यार निभाना आता है
राधा का किशन से ,मीरा का श्याम से
सीता का राम से ,आशिक का इश्क से
बडा ही अनुपम नाता है  हमे प्यार निभाना आता है
सती का परीक्षा से ,गरीब का रिक्शा से
भिखारी का भिक्क्षा से ,मिडिल क्लास का ऑटो रिक्शा से
बडा ही अनुपम नाता है  हमे प्यार निभाना आता है

लेखक का लेखन से रीडर का परीक्षण चांदनी से

बडा ही अनुपम नाता है  हमे प्यार निभाना आता है
रात्री का भोर से ,नेता का चोर से
चंद्रमा का चांदनी से कलाकार का गजगामिनी से
बडा ही अनुपम नाता है  हमे प्यार निभाना आता है
इंद्र का रम्भा से शक्ती का चम्पा से
बडा ही अनुपम नाता है  हमे प्यार निभाना आता है
हाली का हल से ,पहलवान का बळ से
शातिर का छळ से समय का पल से
बडा ही अनुपम नाता है  हमे प्यार निभाना आता है
होठो का लाली से ,जुबान का गाली से
आशिक का  बाहरवाली से ,
बडा ही अनुपम नाता है  हमे प्यार निभाना आता है
शाम का हाला से ,सोम रस का प्याला से
सुरबाला का मधुशाला से ,भुखे का निवाला से
बडा ही अनुपम नाता है  हमे प्यार निभाना आता है

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