kalyug me jay hoti hai hala ki
,may ke pyalo ki
aur chanchal baarbaalao ki ,
aur tarah tarh ki haalao ki
har gali har mod pe yaro,
avashy hi milegi ek madhushala,
kar me saagar may liye khadi hogi.
chanchal hsin navayuvati surabala.
charo aur bolbala hai hala ka.
atisundar madhushala ka
hasin nmakin baarbala ka
aur lab se tapakati hala ka ,
कलयुग की मादुशाला मे ,जरुरत नही है प्याले की---1
कलयुग की मादुशाला मे ,जरुरत नही है प्याले की
यहा सुंदर मनोहर बारबालये ,अपने लब से पिलाती है हाला
मै कृतक मनोहर ,पथिक हू ,मै एक अंजान डगर का
मै जान गया हु क्यो लोग धुंढते है राह सदा मधुशाला की .
मधुर हाला के दो पैग यारो ,सारा गम हर लेते है
अपने आगोश मे लेकर ,मीठी नींद सुला देते है
पहले जमाने मे हर पांच कोस पर होती थी मधुशाला
इस कलयुग मे यारो देखो ,हर घर मे हाला का है डेरा
मधुशाला की शोभा बाढती सुंदर सुंदर बारबालये
कर मै सागर मय लेकर , प्याला पीलाती बारबाळाये
यहा सुंदर मनोहर बारबालये ,अपने लब से पिलाती है हाला
मै कृतक मनोहर ,पथिक हू ,मै एक अंजान डगर का
मै जान गया हु क्यो लोग धुंढते है राह सदा मधुशाला की .
मधुर हाला के दो पैग यारो ,सारा गम हर लेते है
अपने आगोश मे लेकर ,मीठी नींद सुला देते है
पहले जमाने मे हर पांच कोस पर होती थी मधुशाला
इस कलयुग मे यारो देखो ,हर घर मे हाला का है डेरा
मधुशाला की शोभा बाढती सुंदर सुंदर बारबालये
कर मै सागर मय लेकर , प्याला पीलाती बारबाळाये
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