Saturday, November 17, 2012

प्यार तुम्हे करता हू  दिलो जान से 

मुक्तक 

चादनी रात  हो कृती मेरे साथ हो 
मधुर गीत गुनगुनाते हुए ,
मै अपनी राह पे बढ जाउगा 
मै हद से गुजर जाउगा 

मेरे दिल ने जो चाहा  है 
कर जाऊगा ,मै आज हद से गुजर जाऊगा 
प्यार तुम्हे करता हू  दिलो जान से 
अपने इमान से मै तुम्हे पाउंगा 

,मै आज हद से गुजर जाऊगा 
चाहे मुझे जान ही क्यो न गावांनी पडे 
दिल मे जो मैने सोचा है 
कर जाउंगा ,मै आज हद से गुजर जाऊगा 

मेरा प्यार पावन है गंगा जल कि तरह 
इसलिये मै तुम्हे अवश्य ही पाऊंगा 
दिल के अपनी आरजू पुरी कर जाउंगा 
,मै आज हद से गुजर जाऊगा   

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